Skip to main content

इंदौर के इस वार्ड में बीजेपी ने बदला पार्षद का टिकट, VD शर्मा बोले-सिर्फ जीरों टॉलरेंस


 

इंदौर । एमपी निकाय चुनाव में बीजेपी ने महापौर के बाद सभी जगह पार्षदों प्रत्याशियों के टिकट भी जारी कर दिए हैं. सीएम शिवराज और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा आज जबलपुर और इंदौर में महापौर प्रत्याशियों के नामांकन में शामिल होंगे. इस बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि पार्टी ने निकाय चुनाव में टिकट बंटवारे पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है. इसलिए इंदौर से एक कार्यकर्ता से पार्षद का टिकट वापस ले लिया गया है. उसकी जगह नए व्यक्ति को टिकट दिया जाएगा. 

इंदौर से वार्ड प्रत्याशी से वापस लिया टिकट 
वीडी शर्मा ने कहा कि बीजेपी ने किसी भी आपराधिक पृष्ठभूमि वाले दावेदारों को टिकट नहीं दिया है. इसलिए इंदौर में वार्ड 56 से जिसे पार्षद का टिकट दिया गया था उनका टिकट वापस लिया जा रहा है. इंदौर के 56 वार्ड से स्वाति काशिद को टिकट दिया गया था. बताया जा रहा है कि स्वाती के फीडबैक उनके परिवार की पृष्ठभूमि आपराधिक थी. जिसके चलते पार्टी ने उनका टिकट कैंसल कर दिया, अब पार्टी उनकी जगह नया प्रत्याशी उतारेगी. 

बीजेपी बनाएगी इतिहास 
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा पार्षदों के चयन में भी आपराधिक पृष्ठभूमि न होने का पूरा ध्यान रखा गया. बीजेपी में इस पर जीरों टॉलरेंस की नीति अपना रही है. इसलिए इस बार जिन प्रत्याशियों को टिकट दिया गया है. उनकी स्वच्छ छवि है वे सामाजिक तौर पर प्रतिष्ठित है, कोई वकील, कोई डॉक्टर और कोई जमीनी कार्यकर्ता है. ऐसे किसी भी प्रत्याशी को टिकट नहीं दिए गए हैं जिनकी आपराधिक पृष्ठभूमि हो. इसलिए हमारे प्रत्यशियों को जनता का अपार समर्थन मिल रहा है. क्योंकि इस चुनाव में विकास ही बड़ा मुद्दा है. जिस पर पार्टी चुनाव लड़ रही है. इसलिए सभी निकायों में बीजेपी इस बार इतिहास बनाएगी. 

बता दें कि आज सीएम शिवराज और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष जबलपुर में महापौर प्रत्याशी डॉ. जितेंद्र जामदार और इंदौर में बीजेपी के महापौर प्रत्याशी पुष्यमित्र भार्गव के नामाकंन में शामिल होंगे. वहीं आज बीजेपी के सभी पार्षद प्रत्याशी भी अपना-अपना नामांकन जमा करेंगे. 


Comments

Popular posts from this blog

विदिशा : MPCZ , विदिशा में रिश्वतखोरी के आरोप ?

विदिशा, मध्य प्रदेश – 16 अप्रैल, 2025 – हालिया खबरों और पिछले आंकड़ों से मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (एमपीईबी), विशेषकर विदिशा क्षेत्र में कथित रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार की चिंताजनक प्रवृत्ति का पता चलता है। हालाँकि, आज कोई विशेष, सत्यापित घटना सामने नहीं आई है, लेकिन पिछली घटनाओं और संबंधित समाचारों की समीक्षा से पता चलता है कि राज्य के बिजली क्षेत्र में, जिसमें एमपीईबी के अधिकार क्षेत्र वाले क्षेत्र भी शामिल हैं, रिश्वतखोरी का मुद्दा एक संभावित चिंता का विषय बना हुआ है। पिछली घटनाओं से भ्रष्टाचार की संभावना उजागर:  * फरवरी २०२३ : मध्य प्रदेश की एक सरकारी बिजली कंपनी के एक जूनियर इंजीनियर को कथित तौर पर बिजली संबंधी मामले को निपटाने के लिए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया था। हालाँकि यह विशेष घटना नरसिंहपुर में हुई थी, लेकिन यह राज्य के भीतर बिजली क्षेत्र की ऐसी प्रथाओं के प्रति संवेदनशीलता को उजागर करती है।  * मार्च २०२४ : मध्य प्रदेश मत्स्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी को विदिशा में केंद्र सरकार की योजना के तहत धन स्वीकृत करने के लिए कथित तौर पर ...

भीमराव अंबेडकर: सामाजिक न्याय के योद्धा

  नई दिल्ली: आज, भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती है। उन्हें भारतीय संविधान के जनक और दलितों के अधिकारों के लिए लड़ने वाले एक महान समाज सुधारक के रूप में जाना जाता है। इस अवसर पर, देश भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें उनकी प्रतिमाओं पर माल्यार्पण, विचार गोष्ठियां और रैलियां शामिल हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने संदेश में कहा कि डॉ. अंबेडकर ने अपना पूरा जीवन सामाजिक समानता और न्याय के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने कहा कि उनका संघर्ष और विचार आज भी हमें प्रेरित करते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी डॉ. अंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनकी सरकार उनके आदर्शों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार ने दलितों और पिछड़े वर्गों के कल्याण के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी डॉ. अंबेडकर को याद किया और उनके योगदान को सराहा। मुख्य बातें :  * डॉ. अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को मध्य प्रदेश के महू में हुआ था।  * उन्होंने दलितों के अधिकारों के लिए अथक संघर्ष किया और उन्हें समाज में ...

पश्चिम बंगाल में हिंसा: वक्फ कानून और सीएए के विरोध में प्रदर्शन

  कोलकाता: पश्चिम बंगाल में पिछले कुछ दिनों से हिंसा की खबरें आ रही हैं। मुर्शिदाबाद और दक्षिण 24 परगना जिलों में वक्फ संशोधन कानून और नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के विरोध में प्रदर्शन हिंसक हो गए। मुख्य घटनाएं:  * मुर्शिदाबाद: मुर्शिदाबाद में 11 अप्रैल 2025 को वक्फ कानून के खिलाफ बड़े पैमाने पर हिंसा हुई। प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतरकर तोड़फोड़, आगजनी और पत्थरबाजी की। खबरों के अनुसार, हिंसा में दो हिंदुओं - चंदन दास और हरगोबिंद दास - की मौत हो गई। प्रदर्शनकारियों ने कई घरों और दुकानों को भी आग लगा दी, जिससे कई परिवार बेघर हो गए।  * दक्षिण 24 परगना: मुर्शिदाबाद के बाद, हिंसा दक्षिण 24 परगना के भांगर इलाके में भी फैल गई। यहां भी वक्फ कानून के विरोध में प्रदर्शन हुए, जिसमें पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुईं। कुछ वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया और पुलिसकर्मियों पर भी हमले की खबरें हैं।  * सुरक्षा बलों की तैनाती: स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रभावित इलाकों में भारी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) और राज्य पु...