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पश्चिम बंगाल में हिंसा: वक्फ कानून और सीएए के विरोध में प्रदर्शन



 कोलकाता: पश्चिम बंगाल में पिछले कुछ दिनों से हिंसा की खबरें आ रही हैं। मुर्शिदाबाद और दक्षिण 24 परगना जिलों में वक्फ संशोधन कानून और नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के विरोध में प्रदर्शन हिंसक हो गए।

मुख्य घटनाएं:

 * मुर्शिदाबाद: मुर्शिदाबाद में 11 अप्रैल 2025 को वक्फ कानून के खिलाफ बड़े पैमाने पर हिंसा हुई। प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतरकर तोड़फोड़, आगजनी और पत्थरबाजी की। खबरों के अनुसार, हिंसा में दो हिंदुओं - चंदन दास और हरगोबिंद दास - की मौत हो गई। प्रदर्शनकारियों ने कई घरों और दुकानों को भी आग लगा दी, जिससे कई परिवार बेघर हो गए।

 * दक्षिण 24 परगना: मुर्शिदाबाद के बाद, हिंसा दक्षिण 24 परगना के भांगर इलाके में भी फैल गई। यहां भी वक्फ कानून के विरोध में प्रदर्शन हुए, जिसमें पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुईं। कुछ वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया और पुलिसकर्मियों पर भी हमले की खबरें हैं।

 * सुरक्षा बलों की तैनाती: स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रभावित इलाकों में भारी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) और राज्य पुलिस के जवान लगातार गश्त कर रहे हैं। कुछ इलाकों में इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं

 * गिरफ्तारियां और जांच: पुलिस ने हिंसा के संबंध में कई लोगों को गिरफ्तार किया है और मामले की जांच जारी है।

 * राजनीतिक प्रतिक्रिया: राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। वहीं, विपक्षी दलों ने राज्य सरकार पर कानून व्यवस्था बनाए रखने में विफल रहने का आरोप लगाया है और कुछ ने राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग भी की है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इस हिंसा के खिलाफ राज्यपाल से हस्तक्षेप करने की मांग की है।

वक्फ कानून क्या है?

वक्फ कानून, वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन और प्रशासन से संबंधित है। हाल ही में इसमें संशोधन किया गया है, जिसके कुछ प्रावधानों को लेकर कुछ मुस्लिम संगठन विरोध कर रहे हैं। उनका मानना है कि यह कानून वक्फ बोर्डों के अधिकारों को कम करता है।

नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) क्या है?

CAA भारत सरकार द्वारा पारित एक कानून है जो पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से धार्मिक उत्पीड़न के कारण भारत आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के लोगों को भारतीय नागरिकता प्रदान करने का प्रावधान करता है। इस कानून का भी कुछ वर्गों द्वारा विरोध किया जा रहा है।

वर्तमान स्थिति:

हालांकि प्रभावित इलाकों में स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है, लेकिन तनाव अभी भी बना हुआ है। पुलिस और सुरक्षा बल कड़ी निगरानी रख रहे हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना को टाला जा सके। हिंसा के कारण बेघर हुए लोगों के लिए राहत शिविर बनाए गए हैं।

यह एक संवेदनशील मुद्दा है और आगे की स्थिति पर सभी की नजरें बनी हुई हैं।


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